मेरा भारत महान पर निबंध हिन्दी में My Country India is Great Essay in Hindi
आज के इस लेख में हमने मेरा भारत महान पर निबंध हिन्दी में (My Country India is Great Essay in Hindi) लिखा है। यह निबंध स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए 1200 शब्दों में लिखा है। इससे हमें हमारे भारत देश के महत्व और महानता का ज्ञात होता है। तो आईये मेरा भारत महान निबंध को शुरू करते हैं।
मेरा भारत महान पर निबंध हिन्दी में (1200 Words)
भारत एक बहुत ही विशाल भू भाग और जनसंख्या वाला देश है। भारत मे अनेक धर्म और संस्कृतियां एक साथ सद्भावना के साथ रहती हैं। वैसे तो भारत मे बहुत सारी बोलियां और भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन हिन्दी यहां सबसे ज्यादा लोगों द्वारा बोली जाती है।
भारत मे अनेकों जातियां, प्रजातियां, वर्गों और धर्मों के लोग एक साथ मिलकर देश की उन्नति मे अपना योगदान देते हैं। इसीलिए अक्सर भारत को ‘अनेकता मे एकता‘ वाला देश भी कहा जाता है।
मेरा भारत महान इस दुनिया मे क्षेत्रफल के आधार पर सातवां सबसे बड़ा देश और जनसंख्या के आधार पर दूसरा सबसे बड़ा देश है। परन्तु यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। भारत को कुछ अन्य नाम जैसे इंडिया, आर्यावर्त और हिंदुस्तान आदि नाम से भी पूरी दुनिया में जाना जाता है।
भारत एक प्रायद्वीपीय देश से जो तीन तरफ से समुद्र और महासागरों से घिरा हुआ है, जिसमें दक्षिण की तरफ हिंद महासागर, पूर्व मे बंगाल की खाड़ी और पश्चिम की तरफ अरब सागर मौजूद है। भारत के एक संसाधन संपन्न देश है। भारत मेरा देश है और एक भारतीय होने मे मैं बहुत गर्व महसूस करता हूँ। इसलिए में कहता हूँ मेरा भारत महान।
भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ और राष्ट्रीय पक्षी मोर है। यहां का राष्ट्रीय पुष्प कमल और राष्ट्रीय खेल हॉकी है। भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है। जिसमे मौजूद केसरिया रंग बलिदान की भावना को, सफेद रंग शांति को और हरा रंग यहां की संपन्नता और हरियाली को दर्शाता है।
इसके साथ ही साथ भारत के ध्वज तिरंगे मे बना हुआ अशोक चक्र और उसमे बनी 24 तीलियां, हमारे देश मे हर दिन बिना रुके लगातार 24 घंटे तक किए जाने वाले परिश्रम और विकास का प्रतिनिधित्व करता है। भारतीय ध्वज तिरंगे मे यह अशोक चक्र महान सम्राट अशोक के सारनाथ मे स्थित स्तंभ शिलालेख से लिया गया है। भारत का राष्ट्र गान ‘जन गण मन‘ है और यहां का राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम‘ है।
भारत देश भगवान कृष्ण और शिव की कर्मभूमि है, और ये भारत ही महात्मा बुद्ध और महात्मा गांधी का एक स्वप्न है। भारत मे ऐसी कोई जगह नहीं होगी, जहां आपको मंदिर और मस्जिद देखने को ना मिले। यही तो ख़ासियत है मेरा भारत महान की। भारत देश मे अलग अलग संस्कृतियों, भाषाओं और धर्मों का संगम पाया जाता है। जाता है। भारत के हर हिस्से में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बुद्ध समुदाय और जैन लोग एक साथ सौहार्दपूर्ण तरीके से रहते हैं। इतने सारे धर्मों के होने के बावजूद भारत का अपना कोई राष्ट्रीय धर्म और भाषा नहीं है, बल्कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। भारत की गोद में सभी धर्मों के लोग एक साथ खेलते हैं, और ये उनमे कभी किसी तरह का भेद भाव नहीं करता।
भारत की कृषि और खाद्य पदार्थ दुनिया मे इसकी उच्च गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध हैं, ये कृषि ही हमारे देश की इकोनॉमी की रीड की हड्डी है। इंडिया सारी दुनिया मे एक टूरिज्म हब के तौर पर भी उभरा है, यहां की खूबसूरती पूरी दुनिया के लोगों को अपनी तरफ खींचती है। मेरे भारत महान की संस्कृति अपने आप मे अद्वितीय है, जो शताब्दियों तक चले संघर्षों के बाद विकसित हुई है।
भारत मे मौजूद स्मारक स्थल, मकबरे, गिरजाघर और ऐतिहासिक स्थल भारत की इकोनॉमी में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। भारत एक ऐसा देश है जहां ताजमहल, कुतुब मीनार, फतेहपुर सीकरी, स्वर्ण मंदिर, लाल किला, नीलगिरी की पहाड़ियां, कश्मीर की वादियां, खजुराहो, अजंता और एलोरा की गुफाएं जैसे अजूबे मौजूद हैं।
ये महान नदियों, पर्वतों, झील, घाटियों और सागरों की भूमि है। हिन्दी भारत की राजकीय भाषा है। भारत मे कुल 28 राज्य और 9 केंद्र शासित प्रदेश हैं। यहां कि उपजाऊ भूमि मे लगभग हर तरह की फसल उग सकती है।
भारत महान नेताओं और व्यक्तियों का देश है। यहां पर सीमा पर तैनात हमारे जवान हमारे देश को किसी भी तरह के आतंकी हमले से सुरक्षित रखते हैं। महान लीडर्स जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा गांधी, बाबासाहेब अम्बेडकर, महान वैज्ञानिक जैसे डॉ. जगदीश चंद्र बोस, डॉ. होमी जहांगीर भाभा, डॉ. सी वी रमन और समाज सुधारक जैसे मदर टेरेसा, राजा राम मोहन राय जैसी पुण्य आत्माओं ने यहां जन्म लेकर, भारत भूमि को धन्य कर दिया है।
भारतीय लोगों के बीच कई सारी विविधताएं हैं। हम अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं, अलग-अलग देवताओं की पूजा करते हैं, लेकिन इस सबके बावजूद हमारी आत्मा एक है, जो देश के हर हिस्से मे हमे आपस में जोड़े हुए है। हमारी इस विविधता मे एकता ही हमे एक साथ बाँध कर रखती है। इस देश मे विविधताएं शांति और मजबूत एकता के भाव के साथ रहती हैं।
भारत अनेकता का देश है। भले ही इतिहास मे इसने विदेशी ताक़तों के अत्याचार सहे हैं, लेकिन आज की तारीख में ये देश एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप मे धीरे धीरे ही सही मगर विकास की दिशा में अपने कदम बढ़ा रहा है। लेकिन अपनी इसी गति को बढ़ाने के लिए अभी भारत को कई और दिशाओं मे कार्य करने की आवश्यकता है। अपनी इन कुछ कमियों को दूर करके ही हम ‘मेरा भारत महान’ और भी गर्व के साथ कह सकते हैं –
1. युवाओं मे कौशल विकास को बढावा देना
भारत मे 60 करोड़ से भी ज्यादा युवा जनसंख्या है, जिसकी आयु 25 वर्ष से कम है। दुनिया के किसी भी अन्य देश मे इतनी बड़ी युवा जनसंख्या मौजूद नहीं है।
देश मे मौजूद सभी युवाओं को अपनी स्किल्स को निखारने और बढ़ाने के लिए उचित मार्गदर्शन और शिक्षा प्रदान करनी अनिवार्य है, ताकि आगे चलकर वे इस देश के लिए एक महत्त्वपूर्ण पूंजी के रूप में स्थापित हो सकें। युवाओं को ऐसे मंचों और संस्थानों तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है, जहां उन्हें प्रशिक्षण के साथ साथ कौशल विकास भी सिखाया जा सके।
2. महिलाओं की देश के विकास और अर्थव्यवस्था में भागीदारी
भारत में ऐसी महिलाओं की एक बड़ी संख्या मौजूद है, जो कुशल और स्किल्ड होने के बावजूद, उन्हें अपने परिवार और बच्चों की देखभाल के लिए अपने करिअर को खत्म करना पड़ जाता है। अभी भी बहुत सारी महिलाएं ऐसी हैं, जो बच्चों की वज़ह से आने वाले करियर गैप के बाद वापस से अपने काम से जुड़ने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
हमे ऐसी महिलाओं को प्रोत्साहन देना चाहिए, जो एक गैप के बाद वापस से अपने करियर की दूसरी पारी खेल पाने के लिए अवसरों के बीच हाथ पांव मार रही होती हैं। इसी वजह से कम्पनियों को कौशल सिखाने और नई भर्तियों मे महिलाओं को शामिल करने के लिए आगे आना चाहिए।
3. दिव्यांग लोगों को कार्य के अवसर प्रदान करना
शारीरिक विकलांगता से ग्रसित लोगों को कार्य के समान अवसर प्रदान करना। इसके लिए समय समय पर हमारी सरकारें ऐसे कार्यक्रम और मुहिम की शुरुआत करती हैं, जिससे दिव्यांग लोगों को भी काम सीखने और रोजगार अर्जन के मौके प्राप्त हो सके।
इसके अलावा भारत को और यहां के लोगों को धार्मिक मतभेदों से ऊपर उठकर राष्ट्र के विकास और उन्नति के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए और इसी उद्देश्य के लिए अपनी अपनी निजी भागीदारी भी सुनिश्चित करनी चाहिए। सिर्फ यही एक तरीका है, जिससे हम एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में ऊपर उठ सकते हैं और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी किसी भी चुनौती का सामना करने के योग्य बन सकते हैं।
निष्कर्ष
मेरा भारत महान एक विविधता से भरा हुआ देश है, जिसमें अनेक तरह की जाति, प्रजाति और धर्मों के लोग साथ मे प्यार से रहते हैं। भारत की सुंदरता और दृढ़ता इसकी धार्मिक और प्रादेशिक विविधता मे ही है। इसलिए एक महान राष्ट्र के निर्माण के लिए हम सभी को एक दूसरे के सहयोग से भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखना होगा, ताकि भारत का निर्माण एक स्वतन्त्र और विकसित राष्ट्र के रूप में किया जा सके।